
टीबी एवं कुष्ट मुक्त समाज के लिए “निक्षय निरामय अभियान” के तहत, मोहतरा के सिद्धार्थ राईस मिल मे स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
कवर्धा,,,स्वास्थ्य सेवाओं को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने और टीबी (क्षय रोग) उन्मूलन के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए “निक्षय निरामय अभियान” की शुरुआत पूरे जिले में की गई है। यह महत्वाकांक्षी अभियान 100 दिनों तक चलने वाला है, जिसमें टीबी की रोकथाम, पहचान और उपचार के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशानुसार तथा पंडरिया के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी, डॉ. राकेश कुमार प्रेमी के कुशल नेतृत्व में आज मोहतरा के सिद्धार्थ राईस मिल पंडरिया में एक विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 23 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उन्हें टीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य जागरूकता और निक्षय निरामय अभियान की विस्तृत जानकारी दी।
निक्षय निरामय अभियान का उद्देश्य और महत्व निक्षय निरामय अभियान का मुख्य उद्देश्य टीबी और कुष्ट जैसी गंभीर बीमारी को जड़ से समाप्त करना है। इस अभियान के तहत हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए सामुदायिक स्तर पर व्यापक सर्वेक्षण और जांच की जाएगी। अभियान में टीबी एवं कुष्ट के लक्षणों की पहचान, समय पर निदान, नि:शुल्क दवा और देखभाल का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा, टीबी से पीड़ित व्यक्तियों को पोषण सहायता और उचित परामर्श भी दिया जाएगा।
टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो सही जानकारी और उपचार से पूरी तरह ठीक हो सकती है। यह अभियान आम नागरिकों के बीच इस जागरूकता को बढ़ाने के लिए चलाया जा रहा है।
*पंडरिया में स्वास्थ्य सेवाओं का हर घर तक विस्तार*
पंडरिया ब्लॉक में टीबी उन्मूलन अभियान में विशेष टीमों द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे किया जा रहा है, जहां स्वास्थ्य कर्मी संभावित मरीजों की पहचान कर उन्हें जांच और उपचार के लिए प्रेरित करते हैं। स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा दीदी और एएनएम का भी इसमें अहम योगदान है। वे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करने और टीबी, कुष्ट से बचाव के उपाय बताने में सहायक हैं।
*शिविर में मिली स्वास्थ्य जानकारी और सेवाएं*
आज के शिविर में 23 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें निम्नलिखित मरीजों की पहचान की गई
टीबी संभावित के लिए 4 लोगों को स्पूटम जॉच एवं एक्स रे के लिए रिफर किया गया, बीपी का 1, शुगर 2 तथा सभी का ब्लड टेस्ट व सिकलिंग जांच किया गया।टीबी के लक्षण जैसे कि लगातार खांसी, बुखार, वजन कम होना और थकान के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें यह भी बताया गया कि टीबी का उपचार मुफ्त है और इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है, बशर्ते मरीज दवाओं का पूरा कोर्स समय पर पूरा करें।
स्वास्थ्य शिविर में सेवा देने वाले में आरएमए योगेश चंद्रवंशी, एसटीएलएस जेम्स जॉन,जिला एसीएफ समन्वयक परमेश्वर यादव,फार्मासिस्ट संतोष भास्कर और एमएलटी पद्मणी चंद्राकर शामिल थे। इन सभी लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ उन्हें सही पोषण और स्वच्छता के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई।