शासकीय भूमि से बेजा कब्जा हटवाने मंत्री से मिले ग्रामीण, जमीन में बैठ कर मंत्री ने सुनी ग्रामीणों की समस्या
पूर्व में जारी वन अधिकार पट्टा निरस्त करने का भी किया आग्रह
कवर्धा :- छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर की उनके सहज, सरल, विनम्र व्यवहार और उनके कार्य करने की सहज शैली से ग्रामीणों में लगातार लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। राज्य के विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद भी अपने क्षेत्र की जनता से लगतार संपर्क बनाए हुए है, और क्षेत्रीय समस्याओं का ठोस समाधान भी कर रहे है। कैबिनेट मंत्री अकबर लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र कवर्धा से आए ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठ कर उनकी सभी समस्याएं, मांग और शिकायतों को सुन रहे है और उनका निराकरण की दिशा में जिला प्रशासन को कार्यवाही करने के निर्देश भी दे रहे है।
कबीरधाम जिले के तहसील बोड़ला अंतर्गत ग्राम पंचायत बोल्दाकला के आश्रित ग्राम बोल्दाखुर्द के निवासियों ने आज मंत्री मोहम्मद अकबर के शंकर नगर रायपुर स्थित शासकीय निवास कार्यालय में भेंट की। उन्होंने बताया कि बोल्दाखुर्द में बड़े झाड़ का जंगल खसरा नं. 142, 143, 144, 145, 150 पर स्थित है। इसमें 7 ग्रामीणों को वन अधिकारी पट्टा दिया गया है। वर्तमान में गौचर भूमि में कमी होने के कारण उक्त खसरा की भूमि को गौचर के लिए सुरक्षित रखने का निर्णय ग्रामवासियों ने लिया है। इसके लिए कलेक्टर को आवेदन देकर पूर्व में जारी वन अधिकार पट्टा को निरस्त करने की मांग की गई है। ग्रामवासियों ने उक्त वनाधिकार पट्टा को निरस्त कराने का आग्रह मंत्री से किया।
ग्रामवासियों की मांग पर मंत्री अकबर ने उनसे कहा कि नियमानुसार ग्राम सभा की बैठक आयोजित कर उक्त संबंध में प्रस्ताव पारित किया जाता है इस पर विचार किया जाएगा। ग्राम बोल्दाखुर्द के निवासियों ने ग्राम में शासकीय भूमि खसरा नं. 153/1 में कई लोगों द्वारा भूमि पर बेजा कब्जा किए जाने की भी शिकायत की है। उन्होंने मांग की, कि गांव में चारागाह एवं गौठान को ध्यान में रखते हुए बेजा कब्जा को हटाकर उक्त शासकीय भूमि को रिक्त करवाने की कार्यवाही की जाए।