लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर के आदर्श हम सबके लिए प्रेरणा पुंज: शैलेष ध्रुव
जगदलपुर :- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बस्तर द्वारा लोकमाता पुण्यश्लोक अहिल्याबाई के जीवन आदर्शो पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
अभाविप प्रदेश सहमंत्री एवं जिला संयोजक शैलेष ध्रुव ने कहा कि हमारे देश ने वीरता से भरी अनेक रानियों को देखा है, लेकिन देवी अहिल्याबाई होल्कर की विरासत अद्वितीय है, क्योंकि उन्होंने 30 वर्षों तक शासन किया और अनंत काल के लिए एक अमिट छाप और प्रेरणा छोड़ गईं। देवी अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती पर उनका स्थायी प्रभाव और उनके सिद्धान्त आज भी हमारे मन में गूंजते रहते हैं। लौह महिला महारानी अहिल्याबाई होल्कर का व्यक्तित्व व कृतित्व उन्हें विश्व की श्रेष्ठतम महिलाओं की पंक्ति में अग्रणी बनाता है। उनका भारत के इतिहास और जनमानस पर विशेष प्रभाव रहा है। विश्व के सबसे बड़े महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति कर्तृत्व के आदर्श के रूप में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का अनुशरण करती है। उन्होंने समाज में अनेक लोक उत्थान के कार्य किए हैं। उन्होंने उद्योगों का निर्माण किया ताकि लोगों को रोजगार मिल सके और उन्हें इतना मजबूत बनाया कि महेश्वर का कपड़ा उद्योग अभी भी चल रहा है और कई लोगों को रोजगार दे रहा है। उनके नाम के आगे पुण्यश्लोक शब्द है। रानी अहिल्या बाई होल्कर ने भारत के भिन्न-भिन्न भागों में कई मंदिरों, धर्मशालाओं और अन्न क्षेत्रों का निर्माण कराया। इस दौरान नगर मंत्री अश्विन पिल्लई, गजेंद्र सोनी, प्रशांत अवनीश मिश्रा, रघुराज करण शर्मा, पुनव कुंजाम समेत अभाविप के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।