गायत्री शक्तिपीठ बीजापुर में बसंत पंचमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
बीजापुर :-परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के बोध दिवस बसंत पंचमी पर्व को गायत्री शक्तिपीठ बीजापुर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ भक्तिमय वातावरण में नन्हे मुन्ने बच्चों के बीच विभिन्न गतिविधियां संचालित कर मनाया गया। सर्वप्रथम शक्तिपीठ में विराजित माता गायत्री,!दुर्गा एवं माता सरस्वती के समक्ष बसंत पर्व में विशेष पूजन व्यवस्थापक पुरोहित जयपाल सिंह राजपूत एवं यजमान के रूप में उपस्थित युवा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष के.संतोष द्वारा अनेक नौनिहालो व परिजनों की उपस्थिति में किया गया। माता सरस्वती के प्राकट्य दिवस पर उन्हें वैदिक मंत्रोच्चार से आवाहन कर सभी को सदबुद्धि, सदज्ञान एवं प्रतिभा संपन्न करने हेतु प्रार्थना किया गया । संगीत वाद्य यंत्रों का पूजन किया गया साथ ही सजल श्रद्धा, प्रखर प्रज्ञा में परम पूज्य गुरुदेव एवं बंदनीया माताजी के सानिध्य में विशेष पूजन संपन्न हुआ । गुरुदेव माताजी को नए वस्त्र फल फूल नैवेद्य इत्यादि भेंट किया गया। पूजन पश्चात बाल संस्कारशाला में आए हुए सैकड़ो नन्हे मुन्ने बच्चों की भागीदारी हुई जिसमें विशेष बात यह रही कि आज के बाल संस्कारशाला में समर्थ विद्यालय बीजापुर के विकलांग नौनिहाल सम्मिलित हुए ।कार्यक्रम में बाल संस्कारशाला के आचार्यों द्वारा हे शारदे मां सामूहिक प्रार्थना के बाद हारमोनियम तबला गिटार आदि के माध्यम से भजन संगीत दिया गया जिसमें युवा योगाचार्य अर्जुन वेको ,तबला वादक दुर्गेश साहू, हारमोनियम एवं गीतकार निशांत झाड़ी , गिटारिस्ट राहुल कुमार गुप्ता ने नन्हे मुन्ने बच्चों को अपनी प्रस्तुति से प्रेरित किया । युवा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष के. संतोष के मार्गदर्शन में उपस्थित बच्चों के मध्य निबंध, गायन, कविता पाठन एवं नृत्य की प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें बाल संस्कार शालाओं के बच्चों के अलावा समर्थ संस्था के विकलांग बच्चों ने भी भाग लिया एवं पुरस्कार जीते। गायन में कुमारी आरवी त्रिवेदी ने हनुमान चालीसा का कंठस्थ सुर में पाठ कर प्रथम पुरस्कार जीता ।
सरस्वती शिशु मंदिर में अध्ययन रत छात्रा कशिश दोडड़ी द्वितीय एवं समर्थ विद्यालय की तुलसी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नृत्य में प्रथम स्थान कीर्ति बीरा ग्रुप ने हासिल किया तो समर्थ संस्था से उर्मिला ग्रुप तृतीय तथा संतोष तेलम ग्रुप द्वितीय स्थान पर रहे । कविता पाठन में कीर्ति बीरा प्रथम रही, धारणी सिन्हा द्वितीय तो निबंध प्रतियोगिता में तान्या साहू प्रथम,सानवी साहू द्वितीय और आकृति ठाकुर तृतीय स्थान प्राप्त किया सभी ने दीपावाली क्यों मनाया जाता है विषय पर निबंध लिखकर बाजी मारी। सभी विजेताओं को समर्थ संस्था के प्रभारी पटेल सर, कार्यक्रम संयोजक प्रभारी सहदेव वाचम,व्यवस्थापक एवं ट्रस्टी जयपाल सिंह राजपूत, विजय बहादुर राजभर,के भरत एवं जिला समन्वय के बीरा राजबाबू के करकमलों से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया । यज्ञशाला में एक कुंडिय यज्ञ कार्यक्रम इस बीच जारी रहा जिसमें तीन विद्यारंभ संस्कार पुरोहित रामयश विश्वकर्मा के द्वारा संपन्न कराया गया। भक्तों की भीड़ अधिक होने के कारण यज्ञ में तीन पाली में आहुतियां डाली गई एवं सभी के कल्याण की कामना किया गया। कार्यक्रम पश्चात आए हुए समस्त स्कूली बच्चों एवं परिजनों को भोजन प्रसाद कराया गया तथा परिजनों की गोष्टी संपन्न हुई जिसमें सुपर यूथ 100 सूची में सभी युवाओं का पंजीयन करने को कहा गया साथ ही 9 फरवरी को प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ की बैठक की जानकारी दी गई । भैरमगढ़ में दिनांक 20 से 22 फरवरी तक आयोजित होने वाले 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के बारे में भी सभी की उपस्थिति व अपेक्षित सहयोग करने का आह्वान किया गया । गायत्री शक्तिपीठ बीजापुर में दिनभर बसंत उत्सव पर्व पर उमंग , उल्लास व भक्तिमय वातावरण देखने को मिला। भोजनालय व्यवस्था में सहयोगी रहे महेश, दुर्गा, जगमोहन राजपूत, रुक्मणी झाड़ी ,दुर्गा वाचम,उत्तम वाचम एवं समर्थ संस्था के कर्मचारियों ने भरपूर सहयोग दिया एवं कार्यक्रम को सफल बनाया।