तेलंगाना में विस्थापित आदिवासी परिवारों के भविष्य को लेकर विधायक विक्रम शाह मंडावी ने जताई चिंता, हस्तक्षेप करने की माँग को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

बीजापुर :- बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं बीजापुर के विधायक विक्रम शाह मंडावी ने मंगलवार को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के नाम एक पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे अपने पत्र कहा है कि वर्ष 2005 में शुरू हुए सलवा जूडुम अभियान के दौरान नक्सलियों के डर से पलायन कर तेलंगाना राज्य के भद्रादिकोत्तागुडेम और मूलगु जिले के विभिन्न गावों में लगभग 5000 हज़ार से अधिक परिवार जाकर विस्थापित हो गए है। किंतु तेलंगाना राज्य सरकार द्वारा विस्थापितों को कोई भी सुविधाएँ उपलब्ध नहीं करा रही है जिसे लेकर विस्थापित आदिवासी परिवारों में अपने भविष्य को लेकर चिंता व्याप्त है और अपने जीवन यापन के लिए कम मज़दूरी दर पर मज़दूरी करने के लिए मजबूर है। तेलंगाना सरकार और स्थानीय प्रशासन उनके शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत सुविधाएँ भी समुचित रूप से उपलब्ध नहीं करा रही है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे अपने पत्र में आगे कहा गया है कि विस्थापित आदिवासी परिवार तेलंगाना के विभिन्न गाँवों में अपना अपना घर बना कर निवासरत है। वर्तमान में तेलंगाना के भद्रादिकोत्तागुडेम जिले के सुहफ़ली मंडल के जग्गाराम, सादरागोड़ा पंचायत एवं गुदुमल पंचायत में विस्थापित आदिवासी परिवारों के घरों को वन विभाग के अधिकारियों द्वारा दबाव पूर्वक गिरा दिया गया है और खेतों की ज़मीनों से बेदख़ल कर दिया गया है तथा पूर्वी गोदावरी जिले के चिंतुरू मंडल के कोथारु पंचायत में भी विस्थापित परिवारों के घरों को गिरा दिया गया है। जिससे विस्थापित परिवारों को अपने भविष्य को लेकर रोष एवं भय है। इसलिए विस्थापित आदिवासी परिवारों के भविष्य के हितों को ध्यान में रखते हुए उचित कार्यवाही करें।

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