गीता जगा रही शिक्षा की अलख
बीजापुर :-जिले के उसूर विकासखण्ड में ग्राम पंचायत एंगपल्ली के अन्तर्गत भट्टीगुड़ा (पारा गुबलगुड़ा) में मोहल्ला कक्षा में 10 बच्चों को शिक्षा दे रही है कुमारी गीता जव्वा। गीता का सपना है कि वह भविष्य में शिक्षिका बने ताकि अज्ञानता के स्थान पर ज्ञान का प्रकाश फैला सकें और इसी पर अमल करते हुए अपने गुबलगुड़ा पारा से ही एक कदम आगे अपने सपनों को हकीकत में साकार करने निकल पड़ी है।
गीता बताती है कि कुछ दिन पहले ही अपनी 12 वीं की परीक्षा देकर बीजापुर से उसूर अपने निवास भट्टीगुड़ा (पारा गुबलगुड़ा) आयी है। बीजापुर में नीति आयोग के सहयोगी पिरामल फाउंडेशन द्वारा आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अन्तर्गत “सक्षम बिटिया अभियान” एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन कन्या शिक्षा परिसर बीजापुर में जिला प्रशासन और जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर के सहयोग से आयोजित किया गया था इसमें कुमारी गीता भी शामिल रही थी। इसी दौरान गांधी फेलो अरुण कुमार की बातों से बच्चों को स्वयंसेविका के रूप में पढ़ाने के लिए प्रभावित हुई। और गांधी फेलो से सम्पर्क किया। इन्होंने मुझे बताया कि जिले में FLN बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का विकास करना है। FLN की गतिविधि से बच्चों को खेल खेल में शिक्षा प्रदान किया जा सकता है। बच्चों की इस समस्या का समाधान निकालने के लिए मन में ठान लिया और वो कहते है न “मान लो तो हार है ठान लो तो जीत”। अब भट्टीगुड़ा (गुबलगुड़ा) मोहल्ले के 10 बच्चों को इस मोहल्ला कक्षा के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। गीता ये भी बताती है कि हमारे गांव भट्टीगुड़ा में दो आंगनबाड़ी हैं, गांव में एक कार्यकर्ता थी जो रिटायर हो गई पिछले दो सालो से बच्चें घर में ही पढ़ाई कर रहे हैं।
मैं बीजापुर के सभी शिक्षित युवाओं और मेरी सहेलियों से भी अनुरोध करुंगी कि अपनी अर्जित ज्ञान में से थोड़ा सा हिस्सा इन बच्चों को बांटे ताकि इनका भी भविष्य चमक उठे।