जांबाज समैया की वीरता को भुलाया नही जा सकता, शहीद के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित
बीजापुर। गत 3 अप्रैल को सुकमा-बीजापुर की सरहद पर टेकुलगुड़म एम्बुष में वीरगति प्राप्त करने वाले बस्तरिया बटालियन के जवान शहीद समैया माडवी की स्मृति में सीआरपीएफ 241 बटालियन द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम आवापल्ली उच्च माध्यमिक विद्यालय में रखा गया था। जिसमें डीआईजी सीआरपीएफ कोमल सिंह, पुलिस अधीक्षक कमलोचन कष्यप, कलेक्टर राजेंद्र कटारा, कमांडेंट 229 बटालियन पुष्पेंद्र कुमार, कमांडेंट 168 बटालियन विकास पाण्डेय, कमांडेंट 153 बटालियन राजीव कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। वही शहीद समैया माडवी की धर्मपत्नी लक्ष्मी माडवी, पिता सुबैया माडवी, माता चिन्नका माडवी के अलावा ग्रामीण भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के आसंदी से उपस्थित डीआईजी सिंह ने शहीद समैया की प्रारंभिक षिक्षा से लेकर सीआरपीएफ में सम्मिलित होने से लेकर वीरगति तक जीवन वृतांत प्रस्तुत किया। शहीद समैया जून 2017 में 241 बस्तरिया बटालियन में भर्ती हुए थे। बेसिक ट्रेनिंग के बाद समैया ने दक्षिण व पष्चिम बस्तर के घोर माओवाद प्रभावित इलाकों में ड्यूटी की। शहादत के दरम्यान वे सारकेगुड़ा में 241 बटालियन के प्लाटून एक में तैनात थे। गत 3 अप्रैल को तर्रेम इलाके में टेकलगुड़म के पास नक्सलियों से मुठभेड़ में उन्हें वीरगति प्राप्त हुई। कार्यक्रम में उपस्थित उच्चाधिकारियों ने अपने उदगार में कहा कि समैया माडवी की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस दौरान शहीद माडवी की प्लेक का अनावरण भी किया गया। साथ ही कमांडेंट 241 बटालियन द्वारा सभा में मौजूद ग्रामीणों को मुख्य धारा से जोड़ने और जरूरत मंदों को हर संभव मदद का भरोसा भी दिया।