जाते जाते बकावंड की पंचायतों में करोड़ों का खेला कर गए जनपद सीईओ मंडावी
–अर्जुन झा-
बकावंड। जाते जाते जनपद पंचायत बकावंड के तत्कालीन सीईओ एसएस मंडावी करोड़ों का खेला कर गए हैं। सीईओ ने जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के साथ मिलकर पंचायत चुनाव के ठीक पहले एक बड़े कारनामे को अंजाम दे दिया है। 15वीं वित्त योजना की राशि की जमकर बंदरबांट कर ली गई है।
शासन द्वारा प्रदत्त रकम का जिस प्रकार से कुछ ग्राम पंचायतों में फर्जी निर्माण एजेंसी के माध्यम से आहरण किया गया है वह आश्चर्य जनक है। दो दर्जन से ज्यादा ग्राम पंचायतों में विकास एवं निर्माण कार्यों के नाम पर को लगातार रकम आबंटित की जाती रही और सरपंच सचिव पर दवाब बना कर काम के नाम पर लीपा पोती कर दी गई है। चुनाव के ठीक पूर्व और अपने तबादले से पहले सीईओ एसएस मंडावी ने जनपद अध्यक्ष को मोहरा बनाकर एक बड़ा खेल किया है। 15वीं वित्त योजना में जिन कामों की स्वीकृति नहीं है उन कार्यों को भी पंचायतों में सरपंच सचिव के माध्यम से किया जाना बताकर करोड़ों के वारे न्यारे कर दिए हैं। करीब 6 माह के भीतर इन 2 लोगों ने करोड़ों रुपए एक निर्माण एंड सप्लाई एजेंसी के माध्यम से आहरित किए हैं। हमने 2 दर्जन पंचायतों में से 15 ग्राम पंचायतों में ग्राउंड जीरो पर जाकर पड़ताल की तो पाया कि 15 वें वित्त की रकम को किस तरह अपने नाम किया गया है। तुरत फुरत में जनपद अध्यक्ष पद की आसंदी का खेल करके अपना तबदला बास्तनार में कराने का उद्देश्य इस घोटाले से झलकने लगा है। जनपद और जिला पंचायत के कई अधिकारी भी इस मामले से वाकिफ हैं, किंतु गड़बड़ी करने वालों के राजनीतिक रसूख के कारण कुछ भी कहने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि आप जमीनी सच्चाई सामने लाए हम कार्यवाही को तैयार है जिस प्रकार से कांग्रेस कार्यकाल के ये कर्मचारी अब बीजेपी कार्यकाल में अपनी भ्रष्ट मानसिकता से सरकार को बदनाम करने तुले हैं। जिला प्रशासन के और राज्य के शीर्ष अधिकारी समय रहते ऐसे सीईओ एसएस मंडावी पर कार्रवाई नहीं करते हैं तो सरकार की छवि पर इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा और कटघरे में भाजपा सरकार आ जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक दफे इन्ही सीईओ एसएस मंडावी ने कहा था कि 15वें वित्त की राशि का उपयोग करने ग्राम पंचायतें स्वतंत्र हैं, हम उसमें दखल नहीं दे सकते। अब ग्राम पंचायतों की इसी आजादी का बेजा लाभ उठाते हुए इन्ही महाशय ने पंद्रहवें वित्त की रकम हजम कर ली है। जनपद के सरपंचों की अल्प शिक्षा का अनुचित लाभ उठाते हुए एसएस मंडावी ने बकावंड में पद स्थापना के दौरान भी सचिवों के जरिए विभिन्न योजनाओं की राशि में बड़ी गड़बड़ी कराई है।