पांच दिनों से बंद पड़ा बीएसएनएल का नेटवर्क, उपभोक्ता परेशान
छोटे कापसी। कापसी क्षेत्र मे बीएसएनएल नेटवर्क पाँच दिनों से बंद,उपभोक्ता परेशान। नेटवर्क बंद होने के कारण पंचायत चुनाव मे खड़े प्रत्याशियों को वोटरो एवं जन प्रतिनिधि से संपर्क करने मे दिक्कतो का सामान करना पड़ रहा है। मोबाइल सेवा आए दिन ठप रहती है। जबकि कस्बों व गावों में तो हालत यह है कि सरकारी कंपनी का नेटवर्क वाला मोबाइल शो-पीस बनकर रह गए हैं। मोबाइल के नेटवर्क कई-कई दिन गायब रहते हैं। खराब सेवाओं से त्रस्त आ चुके लोग तेजी से बीएसएनएल से नाता तोड़ दूसरी कंपनियों से जुड़ रहे हैं। पिछले चार साल में कापसी,पखांजूर,बांदे, सहित परलकोट के लगभग तीन सो गाँव के लोग दूसरी निजी कंपनी से जुट रहे है। परलकोट मे मोबाइल व ब्रॉडबैंड सेवा से जुड़े हजारो से ज्यादा उपभोक्ताओं ने बीएसएनएल की सेवाओं से तौबा कर ली है।
उपभोक्ता राजेश साहा,विप्लव हालदार,विनय हालदार,राजू हीरा,दिपेश साहा,विमल साहा,गोलोक विश्वास,अरुण पाईकआदि ने बतलाया की सोशल मीडिया के प्रमुख ऐप को चलाने की दृष्टि से नेट पैक लिया जाता है लेकिन 4G सेवा के नाम पर पहले से स्लो स्पीड में नेटवर्क चलता है और फिर आए दिन सेवा के बंद होने से हमारा पैक प्रतिदिन व्यर्थ ही खर्च हो रहा है क्योंकि वर्तमान में पैक की समय सीमा निर्धारित होती है और उसे समय समय सीमा में नेट बंद होने से हम उपभोक्ता को स्वयं को ठाग सा महसूस कर रहे जिसके चलते बीएसएनएल से लोगों को उठते विश्वास को समझने के लिए इतना ही काफी है कि ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जिस दिन परलकोट के सेकड़ो उपभोक्ता बीएसएनएल का साथ छोड़ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या मोबाइल उपभोक्ताओं की है। बीएसएनएल की सिम को लोग दूसरी कंपनियों में पोर्टेबल करवा रहे हैं।