युवक की मौत के बाद आक्रोशित हुए परिजन, आपातकाल विभाग का किया घेराव
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने अस्पताल पहुंचे तहसीलदार और पुलिस
बीजापुर :- पुराना बस स्टैंड निवासी बबलू साहू उम्र 30 वर्ष की मौत के बाद परिजन काफी आक्रोशित होकर आपातकाल विभाग का घेराव कर अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया, जिसकी वजह से बबलू की मौत हो गई । मामले की गम्भीरता और आक्रोशित परिजनों को देखते हुए किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए तहसीलदार और पुलिस अस्पताल पहुंच कर परिजनों को समझाते हुए मामले को शांत करने का प्रयास किया ।
मृतक बबलू साहू के भतीजे सोनू साहू ने बताया कि मृतक बबलू सुबह 8 बजे जिला अस्पताल पहुंच कर ओपीडी में पर्ची बनवाया उसके बाद उन्हें 5 नम्बर कमरे में जाने की सलाह दी गई । बबलू साहू अपने साथियों के साथ 8 बजे से लेकर 11 बजे तक 5 नम्बर कमरे के बाहर बैठा रहा किंतु डॉक्टर के नही आने से वह घर चला गया । घर जाने के बाद बबलू की तबियत और ज्यादा खराब होने से परिजन पुनः जिला अस्पताल के आपातकाल वार्ड में लाया जहां डॉक्टरों द्वारा बबलू को मृत घोषित कर दिया । वहीं मृतक के भतीजे ने बताया कि इसके 2 दिन पूर्व भी रात 4 बजे बबलू को अस्पताल लाया गया था उस समय भी मरीज का उपचार बिना किये ही घर जाने की सलाह दी गई थी । सोनू ने कहा कि अस्पताल के जिम्मेदारों द्वारा हमे सही सलाह नही दिया गया और लगातार गुमराह करते रहे जिसकी वजह से मेरे चाचा की मौत हो गई ।
बबलू की मौत की खबर पाते ही परिजनों के साथ मोहल्ले के लोग बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए आपातकाल वार्ड को घेर लिया । परिजनों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर तहसीलदार पुलिस बल को लेकर पहुंचे और परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया किंतु आक्रोशित परिजन लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों पर तत्काल कार्यवाही करने की जिद पर अड़े रहे ।
जांच के बाद दोषी पाए जाने पर तीन दिवस के अंदर की जायेगी कार्यवाही – वाय के ध्रुव
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन वाय के ध्रुव ने इस मामले की जांच कराते हुए दोषी पाए जाने पर तीन दिवस के अंदर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है ।