भ्रष्टाचार का मॉडल बना बकावंड का तथाकथित आदर्श गोठान



बकावंड :- जनपद पंचायत मुख्यालय बकावंड में स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा गोठान निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। गोधन न्याय योजना की आड़ में अपनी जेबें भरकर सरपंच और पंचायत सचिव गोवंश के साथ अन्याय करने पर आमादा हैं। मॉडल गोठान के रूप में विकसित किया जा रहा यह गोठान भ्रष्टाचार का मॉडल बनकर रह गया है।
ग्राम पंचायत मुख्यालय बकावंड में गोठान निर्माण के लिए 10 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। शासन की मंशा यहां एक आदर्श गोठान बनाने की रही है, मगर सरपंच और सचिव इस निर्माण कार्य में जमकर गड़बड़ी कर रहे हैं। निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। टंकी बनाने में बहुत ही कम सीमेंट का उपयोग हुआ है। वहीं शेड भी बड़े हल्के स्तर के और आकार में बहुत ही छोटे बनाए गए हैं। शेड के नाम पर टीन की पतली चादर लगाई गई है, जो तेज हवा चलने पर थरथराने लगती है और उसके उड़ जाने का अंदेशा बना रहता है। शेड में इस्तेमाल किए गए लोहे के पिलर और एंगल भी निहायत ही घटिया हैं। वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए टंकी स्तरहीन बनाई गई है। निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। निर्माण सामग्री बहुत ही घटिया किस्म का है। घटिया सामग्री उपयोग कर सरपंच और सचिव रकम डकार गए हैं। कहने को तो यह आदर्श (मॉडल) गोठान है, मगर यह अन्य पंचायतों के लिए रोल मॉडल बन सके ऐसा किसी भी एंगल से नजर नहीं आता। बल्कि यह गोठान भ्रष्टाचार का मॉडल जरूर साबित हो रहा है। ग्राम पंचायत के दस्तावेजों में गोठान के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाने का उल्लेख हुआ है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। आज तक गोठान का काम पूरा नहीं हो सका है। आधे अधूरे गोठान को मॉडल गोठान का नाम दिया जा रहा है। कुछ दिनों पूर्व उच्च अधिकारी यहां का गोठान का निरीक्षण करने आए थे। तब अधिकारियों ने निर्माण में गुणवत्ता युक्त सामग्री का उपयोग करने तथा कार्य जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन सरपंच और सचिव ने अपना रवैया नहीं बदला। उन्होंने घटिया सामग्री का उपयोग कर शासन को चूना लगाने का खेल जारी रखा। वहीं गोठान निर्माण में बाल श्रमिकों से कार्य कराकर श्रम कानून की धज्जियां भी उड़ाई जा रही हैं।के नियमों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस संबंध में सरपंच सचिव से जानकारी लेने पर उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया। धरातल पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। अब तक गोबर की खरीदी भी प्रारंभ नहीं हो पाई है।

गुणवत्ता से समझौता नहीं
सरपंच सचिव को गोठान निर्माण में गुणवत्ता से समझौता नहीं करने तथा शासन की मंशा के अनुरूप मॉडल गोठान का निर्माण जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं। निर्माण में खामियां मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
एसएस मंडावी-
सीईओ, जनपद पंचायत बकावंड

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