सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास है करवा चौथ – हेमा देवांगन
कोण्डागांव (दीपेश शाह):- महिलाओं के लिए अखंड सौभाग्यवती होने का व्रत करवा चौथ हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और वैवाहिक जीवन सुखमय होने की कामना पूर्ति के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. पंचांग के अनुसार साल 2021 का करवा चौथ व्रत 24 अक्टूबर दिन रविवार को रखा जायेगा.
इस बार करवा चौथ व्रत रविवार को पड़ रहा है. हिंदू धर्म में रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता है. रविवार के दिन व्रत रखने से सूर्यदेव अति प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर विशेष कृपा बरसते है. चूंकि रविवार के दिन करवा चौथ का व्रत रखा जायेगा. इससे व्रती को भगवान सूर्य की कृपा प्राप्त होगी. धार्मिक मान्यता है कि सूर्य की कृपा से भक्त को दीर्घायु की प्रति होती है और वह आरोग्यता को प्राप्त करता है. करवा चौथ व्रत भी दीर्घायु के लिए रखा जाता है. ऐसे में रविवार के दिन करवा चौथ व्रत का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है.
कोण्डागांव नगर की हेमा देवांगन ने बताया करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास है, उन्होंने बताया करवा चौथ व्रत के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करके व्रत और पूजन का संकल्प लेकर पूरे दिन निर्जला व्रत रखा जाता है। शाम को स्नान करके भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश की पूजा करते हैं। पूजा के दौरान रोली, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेद्य आदि अर्पित करें। इसके बाद करवा चौथ व्रत की कथा का पाठ करें। चंद्रमा के उदय होने पर उनका दर्शन करें और अब पति को छलनी के अंदर से देखें। उसके बाद पति के हाथ से जल ग्रहण करें।