ठेकेदार का भुगतान रोका, अटक गया स्कूलों के कक्ष का निर्माण, अब फिर आसमान तले पढ़ेंगे बच्चे
–अर्जुन झा-
बकावंड। स्कूल जतन योजना के तहत शालाओं के अतिरिक्त कमरों निर्माण के लिए जिस ठेकेदार को जिम्मेदारी दी गई थी, उसे निर्माण कार्य रोकने का आदेश जारी करने एवं उसका भुगतान रोक दिए जाने से कमरों का निर्माण सालभर से अटका हुआ है। अब इस साल भी विद्यार्थियों को पुराने कमरों में टपकते पानी के बीच या फिर पेड़ तले पढ़ाई करनी पड़ेगी। यह तुगलकी फरमान जिला निर्माण समिति के नोडल अधिकारी एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग (आरईएस) के कार्यपालन अभियंता ने जारी किया है। यह आदेश बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाला साबित हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिला निर्माण समिति ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य ग्रुप क्रमांक 14 बकावंड की शासकीय प्राथमिक शाला करहाभांठा बेलपुटी-2, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बेलपुटी, शासकीय प्राथमिक शाला ज्ञान ज्योति कोड़रागुड़ा, मंगनार एवं ग्रुप क्रमांक -15 बकावंड के शासकीय हाई स्कूल सतोषा, शासकीय प्राथमिक शाला कुतरीगुड़ा मोखागांव और ग्रुप क्रमांक -16 बकावंड की शासकीय प्राथमिक शाला छिंदगांव एवं शासकीय प्राथमिक शाला डोंगरीगुड़ा छिंदगांव के लिअतिरिक्त कक्ष निर्माण की स्वीकृति दी थी। इन कमरों के निर्माण के लिए कार्यादेश 26 जून 2023 को जिला निर्माण समिति के नोडल अधिकारी एवं आरईएस के कार्यपालन अभियंता द्वारा जारी किया गया था। निर्माण कार्य का ठेका मेसर्स आध्या कंस्ट्रक्शन एंड मेकेनिकल वर्क्स श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड जगदलपुर को दिया गया था। ठेकेदार ने निर्माण कार्य शुरू करा दिया। लगभग कार्य पूर्णता की ओर पहुंच गए थे। इसी बीच आरईएस के कार्यपालन अभियंता ने एक परिपत्र जारी कर निर्माण कार्य पर रोक लगाने एवं राशि का भुगतान न करने का आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के चलते ठेकेदार को काम में बीच में ही रोक देना पड़ा। जिला निर्माण समिति द्वारा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा ठेकेदारों को चिन्हांकित कर उक्त निर्माण कार्य दिया गया था। वर्ष 2022 -23 से जारी यह कार्य 2024 के मध्य तक भी पूर्ण हो पाए हैं। करीब 12 लाख रुपयों की लागत से ग्राम पंचायत सतोषा में आध्या कंस्ट्रक्शन द्वारा हायर सेकंडरी स्कूल के लिए अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था।कार्य लगभग पूरा हो चुका है। थोड़े बहुत कार्य शेष रह गए हैं।
लेनदेन का मामला तो नहीं?
बीच में कार्य रोके जाने पर मालूम हुआ कि आरईएस के कार्यपालन अभियंता को जिला निर्माण समिति की ओर से कार्य और भुगतान रोके जाने का आदेश प्राप्त हुआ है। इस कारण कई ठेकेदारों ने कार्य रोक दिया है। इससे स्कूलों में अतिरिक्त कमरे का निर्माण कार्य रुक गया है। अब ठेकेदारों को विभाग उनका भुगतान क्यों नहीं कर रहा है? या जानबूझ कर रोका है? यह जांच का विषय है। वहीं नया शिक्षा स्कूल सत्र प्रारंभ हो चुका है। अगर समय पर निर्माण नहीं हुआ तो बच्चे आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर हो जाएंगे। वहीं इस कार्य से जुड़े ठेकेदारों का कहना है कि जब तक भुगतान नही होगा, तब तक कार्य कैसे करा पाएंगे। चर्चा है कि लेनदेन का मामला सेट न होने के कारण भुगतान रोका गया है और कार्य बीच में रुकवा दिया गया है।