पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के 100वीं जन्म जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया
छोटे कापसी। भाजपा मंडल कापसी कार्यकर्ताओं के द्वारा कापसी में भारत रत्न,पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जन्म जयंती को सुशासन दिवस के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर कापसी पोस्ट ऑफिस स्थित अटल चौक में बुधवार को भाजपा मंडल कार्यकर्ताओं ने एक सभा का आयोजन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने अटल जी की चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके योगदान को याद किया।
अटल जी की कविता से प्रारंभ हुआ संबोधन
पूर्व मंडल अध्यक्ष दीपांकर दत्ता ने अपने उद्बोधन की शुरुआत अटल जी की प्रसिद्ध कविता “मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं… लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं” से की। उन्होंने कहा कि 1998 में जब देश राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा था, अटल जी ने स्थिरता और सुशासन का मॉडल प्रस्तुत किया। उन्होंने भारत को नव विकास की दिशा देने में अटल जी की भूमिका को याद करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने आईटी और टेलिकॉम क्षेत्र में क्रांति लाते हुए तकनीक को आम आदमी तक पहुंचाया। स्वर्णिम चतुर्भुज योजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे प्रकल्पों ने भारत के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई।
भाजपा मंडल अध्यक्ष अजय बाछाड़ा ने इस मौके पर कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के युगपुरुष थे। उनके नेतृत्व में ही कारगिल युद्ध में विजय प्राप्त की गई और देश में राष्ट्रीय राजमार्ग और स्वर्णिम चतुर्भुज जैसी ऐतिहासिक योजनाएं बनीं। उन्होंने कहा कि अटल जी का प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यकाल हमेशा गौरवपूर्ण रहेगा और उनके किए गए कार्यों की आज भी दुनिया भर में सराहना होती है। यह भी कहा कि अटल जी आज भी लाखों कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। कार्यकर्ताओं ने पूजन के बाद अटल जी के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस श्रद्धांजलि सभा में बरिष्ठ भाजपा कार्यकर्त्ता अमर ब्रम्चारी,तुषार सरदार,प्रमोद डे,तारक कुण्डू,आकाश सरकार,विकास सरकार,प्रदीप माझी,धीरज ढाली,श्रवण धुर्वा,जिपं सदस्य अंजली अधिकारी,फुलवाती मण्डवी,श्रीमति अंजना हीरा,नताशा तालुकदार,स्मृति राय सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे।