सहकार से समृद्धि की पहल के तहत छत्तीसगढ़ में 300 से अधिक बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी व मत्स्य सहकारी समितियों का हुआ शुभारंभ

जगदलपुर। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस पर बुधवार को जगदलपुर के टाऊन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में सहकार से समृद्धि की पहल से छत्तीसगढ़ में 300 से अधिक नवगठित बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी व मत्स्य सहकारी समितियों का शुभारंभ राज्य के सहकारिता मंत्री केदार कश्यप द्वारा किया गया।

इस अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भारत के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा देशभर में नवगठित 10 हजार से अधिक बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी एवं मत्स्य सहकारी समितियों के शुभारंभ एवं संबोधन को वर्चुअल रूप से देखा गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि सहकार से समृद्धि की परिकल्पना को साकार करते हुए भारत सरकार सहकारिता मंत्रालय द्वारा 54 पहल प्रारंभ की गई हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण पहल से भारत की प्रत्येक ग्राम पंचायत को एक बहुउद्देशीय पैक्स, मत्स्य तथा डेयरी समिति से अच्छादित करना है। अभी प्रदेश में कार्यरत 2058 पैक्स तथा लैम्पस द्वारा प्रदेश के कृषकों को कृषि ऋण तथा खाद-बीज एवं विभिन्न तरह की सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इन्हें और अधिक सक्षम बनाने तथा नागरिकों को अधिक से अधिक सेवाएं इन समितियों में सुगमता से उपलब्ध कराने के लिए इन्हें बहुउद्देशीय बनाते हुए कई तरह के कार्य दिए गए हैं। भारत सरकार की कार्ययोजना अंतर्गत राज्य में 500 नए बहुउद्देशीय पैक्स का गठन प्रक्रियाधीन है। सहकारिता मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि राज्य में दुग्ध उत्पादक कृषकों की आय में वृद्धि के लिए एनडीडीबी के साथ राज्य दुग्ध संघ तथा राज्य सरकार के बीच त्रिपक्षीय एमओयू किया गया है। नवीन दुग्ध समितियों का पंजीयन कर दुग्ध उत्पादकों के लिए नवीन योजना भी तैयार की जा रही है, इससे दुग्ध और दुग्ध उत्पादों का प्रचार, उत्पादन, खरीदी, प्रसंस्करण और विपणन को बढ़ावा मिलेगा। इसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ में ग्रामीण कृषक समुदाय का आर्थिक विकास सुनिश्चित करना है। इस कड़ी में राज्य में 57 से अधिक नवीन दुग्ध समितियों का पंजीयन कर लिया गया है।

लघु वनोपज सहकारी समितियां
श्री कश्यप ने कहा कि इसी तरह प्रदेश में वनों तथा वनवासियों की बाहुल्यता को ध्यान में रखते हुए इस कार्ययोजना में लघु वनोपज समितियों को भी शामिल किया गया है। जिसके तहत राज्य के 113 वन-धन समितियों को भी प्राथमिक बहुउद्देशीय लघु वनोपज सहकारी समिति के रूप में पंजीकृत किया गया है। जहां वनवासियों को सभी प्रकार की सेवाएं मिल सकेंगी। छत्तीसगढ़ में मछली पालन को लेकर आर्थिक विकास की अपार संभावना है। मत्स्य पालन मछुआरों एवं कृषकों के लिए आजीविका का मुख्य साधन है। मत्स्य समितियों के गठन से हमारे समाज में कमजोर समूहों को आजीविका सुरक्षा, पोषण सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जा सकती है। सरकार के इस प्रयास से न केवल मछली उत्पादन बल्कि मत्स्य पालन क्षेत्र में अधोसंरचना के विकास को बढ़ावा मिलेगा। राज्य में इसी कड़ी में 169 नवीन मत्स्य समितियों का गठन किया गया है।

रिकॉर्ड धान खरीदी
सहकारिता मंत्री कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा वर्ष 2023-24 में राज्य के 24 लाख 72 हजार किसानों से रिकार्ड 145 लाख मेट्रिक टन की धान खरीदी की गई। साथ ही कृषक उन्नति योजनांतर्गत किसानों को 13 हजार 260 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया ।खरीफ वर्ष 2024 में अल्पकालीन कृषि ऋण योजनान्तर्गत 15 लाख 21 हजार किसानों को 06 हजार 912 करोड़ का ब्याज मुक्त ऋण वितरण किया गया। छत्तीसगढ़ में किसान हितैषी सरकार के द्वारा कृषक हित को ध्यान में रखते हुए दिसम्बर 2023 से दिसम्बर 2024 के मध्य सहकारी बैंकों की 16 नवीन शाखाएं स्थापित की गई हैं। किसानों को पैक्स समितियों में 2058 माईक्रो एटीएम उपलब्ध कराया गया है। प्रदेश के 10 लाख 45 हजार किसानों को रूपे केसीसी कार्ड वितरित किया जा चुका है। धान खरीदी केन्द्रों में किसानों को माइक्रो एटीएम से 10 हजार रुपए तक की राशि की आहरण की सुविधा भी प्रदान की गई है। इस माइक्रो एटीएम के जरिए विगत 01 नवम्बर 2024 से अब तक 19104 किसानों को 25 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। प्रदेश के 2014 पैक्स समितियों को कॉमन सर्विस सेंटर की सुविधा हेतु सक्षम बनाया गया है। जिससे नागरिक सेवाएं दूरस्थ ग्रामीण अंचल तक पहुंच रही है तथा पैक्स को आय का एक अतिरिक्त साधन प्राप्त हुआ है। प्रदेश के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में ग्रामीण जनों को सस्ती दवाईयां उपलब्ध कराने हेतु राज्य के 25 पैक्स समितियों में प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र प्रारंभ किया गया है।

सहकारी बैंकों में भर्ती
सहकारिता मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक तथा 06 जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों में 300 से अधिक पदों पर भर्ती की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है और अभ्यर्थियों को नियक्ति पत्र प्रदान किया गया है। राज्य के 2058 पैक्स में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से किसानों को खरीफ 2024 में खाद एवं बीज के लिए 1600 करोड़ का कृषि ऋण वितरित किया गया है। पूर्ण रूप से विकसित होने के उपरान्त इन केन्द्रों में कृषकों को मिट्टी परीक्षण, मौसम पूर्वानुमान तथा कृषि तकनीक संबंधी जानकारियां प्राप्त हो सकेंगी। वहीं अन्न भंडारण योजनांतर्गत 200 मेट्रिक टन क्षमता के 725 नवीन गोदामों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें से 625 गोदामों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इन सभी गोदामों के पूर्ण होने के उपरान्त राज्य की भण्डारण क्षमता में एक लाख 45 हजार मेट्रिक टन क्षमता की वृद्धि होगी।

उत्कृष्ट समितियों का सम्मान
जगदलपुर में आयोजित कार्यक्रम को सांसद बस्तर महेश कश्यप ने भी सम्बोधित करते हुए नई पैक्स समितियों को ग्रामीण इलाकों में आर्थिक विकास की ईबारत गढ़ने की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर बस्तर अंचल की 10 नवीन सहकारी समितियों को पंजीयन प्रमाण पत्र, 25 किसानों को रुपे किसान क्रेडिट कार्ड तथा दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति बड़े कापसी को माइक्रो एटीएम प्रदान किया गया। साथ ही प्रदेश के पहले ई- पैक्स समिति ओरछा सहित माइक्रो एटीएम से सर्वाधिक ट्रांजेक्शन करने वाले सहकारी समितियों मद्देड़, केशरपाल एवं नारायणपुर सहित लोक सेवा केन्द्र के बेहतर संचालन के लिए पैक्स समितियों माड़पाल, कांकेर, केरलापाल एवं बांसकोट को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, पूर्व विधायक द्वय बैदूराम कश्यप एवं लच्छूराम कश्यप सहित अन्य जनप्रतिनिधि और कलेक्टर एवं प्राधिकृत अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक हरिस एस तथा सहकारिता विभाग एवं राज्य सहकारी बैंक के अधिकारी, बड़ी संख्या में सहकारी समितियों के पदाधिकारियों के अलावा सहकारी समितियों से जुड़े कृषक एवं नागरिक मौजूद रहे।

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