छत्तीसगढ़ तेलंगाना की सीमा पर हुए सड़क हादसे की प्रदेश सरकार ले जिम्मेदारी, घायल व मृतक गरीब परिवारों को दे मुआवजा- कमलेश झाड़ी
मशीनों से कराए जाते हैं मनरेगा के कार्य, गरीब मजदुर रोजगार के अभाव में पलायन करने के लिए हो रहे मजबूर – सीपीआई
बीजापुर :- शुक्रवार 7 जनवरी की रात जिले से मजदूरों को लेकर तेलंगाना जा रही महिंद्रा पिकप अनियंत्रित होकर दर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमे तोयनार क्षेत्र के कुछ गांव के गरीब मजदूर रोजी रोटी की तलाश में तेलंगाना जा रहे थे । इसी दौरान यह घटना घटित हुई जिसमें दो मजदुरो की मौत हो गई वहीं 15 से 20 लोग घायल हुए हैं । इस घटना की जिम्मेदारी प्रदेश की भुपेश सरकार और तोयनार क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधि हैं, जो अपने क्षेत्र से पलायन रोकने में नाकाम साबित हो रहे है । उक्त आरोप सीपीआई के जिला सचिव कमलेश झाड़ी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से लगाया है ।
कमलेश ने आगे कहा कि प्रदेश की सरकार और पंचायत प्रतिनिधि मजदुरो को रोजगार नही दे पा रहे हैं, क्योंकि सम्बंधित अधिकारी, सरपंच, सचिव और ठेकेदारों की मिलीभगत से ज्यादातर मनरेगा के कार्य मशीनों से कराए जा रहे हैं , जिससे मजदूरों को रोजगार उपलब्ध नही हो पा रहा है । सरकार ग्रामीण विकास, पंचायतों को सक्षम और मजदुरो को रोजगार उपलब्ध करना कई जनकल्याणकारी योजनाएं तो बनाती हैं, किंतु क्रियान्वय एजेंसी ही भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ा रहे हैं । सीपीआई जिम्मेदार सरकार और स्थानीय प्रशासन में बैठे जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भ्रस्टाचार को रोका जा सके और स्थानीय मजदुरो को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके । साथ ही हमारी मांग है कि सरकार घायलों और मृतक गरीब परिवारों को उचित मुआवजा दें ।