एक करोड़ रुपए की लागत से बनेगा सर्व-सुविधा युक्त गोंडवाना समाज का भवन, विधायक ने किया भूमि पूजन
बीजापुर:- जिले के गोंडवाना समाज की लम्बे समय की माँग अब पूरी हो गई है। बीजापुर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी ने बीजापुर-नैमेड के मध्य स्थित मूसालूर चौक के पास मंगलवार को गोंडवाना समाज के लिए सामाजिक भवन का भूमि पूजन किया, सर्व-सुविधा यह भवन एक करोड़ रुपए की लागत से बनेगी इस भवन के बनने से इस समाज के लोगों को अपने सामाजिक गतिविधियों को संचालित करने में आसानी होगी।
सभा में उपस्थित लोगों को बधाई एवं शुभ-कामनाएँ देते हुए विक्रम शाह मंडावी ने कहा कि यह लम्बे संघर्ष का परिणाम है कि गोंडवाना समाज के लिए दस एकड़ ज़मीन के साथ साथ एक करोड़ रुपए की लागत से सामाजिक भवन का निर्माण होने जा रहा है। यह हम सब के लिए निश्चित रूप से ख़ुशी का मौक़ा है। उन्होंने आगे कहा कि समाज के लोग गाँव से लेकर राज्य स्तर सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा ले रहे है और समाज की एकता के लिए सामाजिक गतिविधियों को लगातार आगे बढ़ाने का काम कर रहे है।
अपने पुराने दिनों को याद करते हुए सर्व-आदिवासी समाज बीजापुर के ज़िला अध्यक्ष अशोक तलांडी ने विक्रम शाह मंडावी एवं गोंडवाना समाज के लोगों को शुभ-कामनाएँ देते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह दिन ख़ुशी का दिन है, 1992 के समय तक आदिवासी समाज को संगठित करने व गतिविधियों को संचालित करने के केंद्र के रूप में कांकेर हुआ करता था लेकिन अब इसके केंद्र में बीजापुर ज़िला भी होगा।
सभा को सम्बोधित करते हुए अन्य वक्ताओं ने प्रदेश की भूपेश सरकार, मंत्री कवासी लखमा एवं बीजापुर के विधायक विक्रम शाह मंडावी की सराहना करते हुए कहा कि विभिन्न बाधाओं के बावजूद गोंडवाना समाज के लिए दस एकड़ ज़मीन के साथ साथ सामाजिक भवन के लिए एक करोड़ रुपए दिया जाना इनके अथक प्रयासों का परिणाम बताया है।
सभा को समाज के संरक्षक तेलम बोरैया, गोंडवाना समाज के ज़िला अध्यक्ष नरेंद्र बुरक़ा, शिव पुनेम, ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, सुखमती हपका, जग्गु तेलम, ज़िला पंचायत सदस्य नीना उद्दे ने किया। इस दौरान ज़िला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुड़ियम, छ.ग. युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह, उपाध्यक्ष कमलेश कारम, कंवर समाज के ज़िला अध्यक्ष कमलेश्वर सिंह पैंकरा, दुब्बा मदनैया, विरैया ध्रुवा, जमुना कोरसा, तेलम अनिल, बुधराम कुड़ियम, तेलम रामा, तेलम लखमू, पाण्डु तेलम, पोरिया तेलम, वंजा तेलम, अनिल कोरसा एवं कामेश्वर दुब्बा के अलावा बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।