स्वास्थ्य सुविधाओं में अव्वल रहने वाला जिला आज सबसे पीछे, सीएमएचओ की लापरवाही का खामियाजा जिलेवासी भुगतने के लिए हो रहे मजबूर – महेश गागड़ा
जिले में खुलेआम हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा ने शासन प्रशासन पर साधा निशाना
बीजापुर :- भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित पत्रवार्ता के दौरान पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा ने जिले में हो रहे खुलेआम भ्रष्टाचार को लेकर शासन प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा और इंफ्रास्टक्चर के कामो में बड़े पैमाने पर खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है । बीजापुर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था कभी प्रदेश में अव्वल हुआ करती थी, किंतु सीएमएचओ की लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते आज सबसे पीछे नजर आने लगा है । यहां अधिकारी ठेकेदार बन कर खुले आम जनता के पैसों का बंदरबाट कर रहे हैं । वही महेश गागड़ा ने कहा कि बीजापुर जिला पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है , जिसका खामियाजा जिलेवासी भुगतने के लिए मजबूर हो हैं ।
पत्रवार्ता के दौरान पूर्व मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य सुविधा पूरी तरह चरमरा गई है, इन क्षेत्रों बुखार, मलेरिया और ना ही एंटीबायोटिक की दवा दी जा रही है, यहां तक कि ग्रामीणों को आयरन की टेबलेट तक मुहैया कराने में स्वास्थ्य विभाग सक्षम नही हो पा रहा है । जिला अस्पताल का हाल भी इन दिनों बद से बत्तर होने लगा है, विशेषज्ञ चिकित्सक छोड़ कर अन्य जगहों पर जाने लगे है । इस तरह की परिस्थिति निर्मित होने का मुख्य कारण जिले के सीएमएचओ की लापरवाही और भ्रस्टाचार को बढ़ावा देना मुख्य कारण है । गागड़ा ने आगे कहा कि सीएमएचओ द्वारा पैसे लेकर स्वास्थ्य कर्मियों का संलग्नीकरण का कार्य बेखौप होकर किया जा रहा है, जिसके कारण जिला चिकित्सालय सहित अंदरूनी क्षेत्रो में कर्मचारियों की कमी हो गई है । जिले में एनीमिया के केश लगातार बढ़ते जा रहे हैं और इसका शिकार गर्भवती महिलाएं हो रही है , इसके बावजूद सीएमएचओ इस गम्भीर समस्या को नजर अंदाज कर स्वास्थ्य कर्मियों की संलग्नीकरण कर पैसे कमाने में व्यस्त हैं । अधिकारी अपना मूल काम छोड़ निर्माण एजेंसी बन कर ठेकेदारी करने में व्यस्त हैं, जिससे स्वास्थ्य सुविधा का हाल बेहाल हो चुका है ।
महेश गागड़ा ने आगे कहा कि जिले में चारो तरफ भ्रष्टाचार फैला हुआ है, शिक्षा विभाग में सामान सप्लाई का गोरख धंधा निर्बाध गति से चल रहा है, यहाँ 200 रुपये का सामान दो से तीन हजार में क्रय कर खुले आम भ्रष्टाचार किया जा रहा है । जिले में सड़क निर्माण के बिना ही पूरी राशि का आहरण कर लिया जाता है । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पामेड़ से टेकलेर तक सात किलोमीटर सड़क में मुरुम और गिट्टी कार्य का 2 करोड़ 70 लाख रुपये बिना निर्माण के ही आहरण कर लिया गया है। इसी तरह भैरमगढ़ जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बेचापाल में वर्ष 2019-20, वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में 6 तालाब स्वीकृत हुए, किंतु वहां मात्र दो ही तालाबों का अस्तिव दिखाई दे रहा है , इन तालाबों की जानकारी सरपंच को है और ना ही ग्रामीणों को । इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष संजय लुंकड़ प्रमुख रूप से उपस्थित रहे ।