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प्राथमिक शाला जांगला में स्वयंसेविकाएं बच्चों में विकसित कर रहीं है पढ़ाई की रुचि
बीजापुर :- ग्राम जांगला की खुशबू ठाकुर और बसंती पुजारी प्राथमिक विद्यालय जांगला में बच्चों के साथ बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान की गतिविधियों के माध्यम से पढ़ा रहीं है, यह दोनों स्वयंसेविकाओं के रुप में गाँव मोहल्ले के बच्चों के बुनियादी शिक्षा के लिए विद्यालय में अपना समय देती है, साथ ही स्वयं गतिविधियां सीखकर बच्चों को सिखाती है, जिले में चल रहे बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के तहत आधारशिला नवाजतन अभियान बीजापुर के द्वारा बच्चों में भाषा व गणितीय कौशल का विकास किया जा रहा है, गांधी फ़ेलो सागर गजभिये द्वारा भैरमगढ़ विकासखण्ड में आधारशिला प्रशिक्षण के बाद इस विद्यालय में की गई थी इस दौरान विद्यालय की शिक्षिकाओं ने इन लड़कियों को विद्यालय बुलाया था, जिसके कुछ ही दिनों बाद से खुशबू व बसंती प्राथमिक विद्यालय में सेवा दे रही है। इनकी इच्छा है की बच्चों के साथ पढ़ने की गतिविधियों को सीखकर भविष्य में शिक्षा क्षेत्र में अवसर मिलें तथा सीखी हुई गतिविधियों को वे अपने जीवन में उतारना चाहती है, बसंती और खुशबू कहती है की पढ़ी लिखी लड़की ही घर परिवार को दिशा देने में और आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षा से जीवन में नए अवसरों का निर्माण होता है, लड़कियों के जीवन में शिक्षा अधिक महत्व रखती है, साथ ही खुशबू और बसंती अपने अनुभव के बारें में बताती है की शुरू में बच्चें विद्यालय में कम आते थे, तथा नियमित नहीं आते थेए और बच्चें बोलने व बात करने में झिझक महसूस करते थे शिक्षक के सहायता से हम दोनों ने बालगीत व गतिविधियों को कराया, बच्चों में झिझक को दूर कियाए अब बच्चों के ही मन में चलता है की आज दीदी कुछ नया सिखाएगीए बच्चें अच्छा प्रतिसाद देते है, यही कारण है की विद्यालय के बच्चों में पढ़ने के प्रति रुचि बढ़ रहीं हैए हम उन्हें बताते है की बाकी सहपाठी साथियों को भी आप विद्यालय आने के लिए बोलिए अब बच्चें दिनों-दिन अच्छी संख्या में उपस्थित रहते है। और शिक्षक की तरह विद्यालय मे जाना और बच्चों को पढ़ाना आजकल अच्छा लगने लगा है, बच्चें भी सिख रहें है। खुशबू और बसंती आगे यह भी बताती है की वे विद्यालय की शिक्षिकाएं देववाती मांडवी व रामकुमारी नागेश हमें गतिविधियों को करने में मदद करते है, तथा विद्यालय में हम सहायक शिक्षण सामग्री भी निर्मित कर रहे है, कार्ड से वर्णमाला का ज्ञान की गतिविधि को करा रहें है, कंकड़ से गिनतीए बालगीत, तथा उपलब्ध संसाधनों का व सहायक शिक्षण सामग्री का भी प्रयोग कर के गतिविधियों को करते है। बच्चें खेल के माध्यम से सीखना पसंद कर रहे है। यह विद्यालय भैरमगढ़ विकासखण्ड में जांगला संकुल के अंतर्गत आता है, संकुल समन्वयक रमेश झाड़ी विद्यालय भ्रमण कर स्वयंसेविका व बच्चों का उत्साहवर्धन करते हैए तथा संकुल के अन्य विद्यालयों में भी स्वयंसेवकों को तैयार करने का प्रयास कर रहें है।